Saiyyara: Emotional Drama
Should You Watch Saiyyara in Theatre?

सैयारा Saiyyara (2025) मूवी रिव्यू: एक भावनात्मक लेकिन परिचित प्रेम कहानी
सैयारा (Saiyyara), मोहित सूरी द्वारा निर्देशित और 18 जुलाई, 2025 को रिलीज हुई एक हिंदी भाषा की रोमांटिक ड्रामा फिल्म है, जो यश राज फिल्म्स द्वारा निर्मित है। यह फिल्म नए चेहरों अहान पांडे (कृष कपूर, एक संघर्षरत संगीतकार) और अनीत पड़दा (वाणी बत्रा, एक कवयित्री जो प्रारंभिक अल्जाइमर से जूझ रही है) को पेश करती है। 156 मिनट की अवधि वाली यह फिल्म दृश्यात्मक रूप से आकर्षक और संगीतमय अनुभव है, जो भावनात्मक गहराई पर केंद्रित है, लेकिन अपनी परंपरागत कहानी से पूरी तरह मुक्त नहीं हो पाती। आइए, इसके उतार-चढ़ाव पर एक नजर डालते हैं।
कहानी और थीम
सैयारा कृष की कहानी है, जो एक प्रतिभाशाली लेकिन आत्म-विनाशकारी संगीतकार है, और वाणी, एक शांत कवयित्री जो भावनात्मक आघात से उबर रही है। उनकी आकस्मिक मुलाकात एक रचनात्मक सहयोग को जन्म देती है, जहां वाणी की कविताएं कृष के संगीत को प्रेरित करती हैं, और उनका रिश्ता एक गहरे प्रेम में बदल जाता है। कहानी तब करवट लेती है जब वाणी को अल्जाइमर का निदान होता है, जो उनके प्यार को चुनौती देता है और कृष को अपनी कमियों का सामना करने के लिए मजबूर करता है। 2004 की कोरियाई फिल्म ए मोमेंट टू रिमेंबर से प्रेरित, सैयारा प्रेम, हानि और स्मृति के विषयों को छूती है, जो क्लासिक बॉलीवुड रोमांस की भावनाओं को उभारने की कोशिश करती है। हालांकि, कहानी अक्सर घिसी-पिटी लगती है, जो आशिकी 2 और द नोटबुक की याद दिलाती है, बिना कोई नयापन जोड़े। पटकथा, हालांकि ईमानदार है, अनुमानित है और सुविधाजनक कथानक बिंदुओं के कारण भावनात्मक प्रभाव कम हो जाता है।
अभिनय
अहान पांडे अपनी पहली फिल्म में कृष के रूप में प्रभावशाली हैं, जो अपने किरदार की अस्थिरता और कमजोरी को स्वाभाविकता के साथ पेश करते हैं। उनकी भावनात्मक दृश्यों और संगीतमय क्षणों में तीव्रता उल्लेखनीय है, हालांकि कुछ पल थोड़े कच्चे लगते हैं। अनीत पड़दा वाणी के रूप में चमकती हैं, एक ऐसी महिला की भूमिका में जो अपनी स्मृतियों को खो रही है, वे सूक्ष्मता और दिल तोड़ने वाली नाजुकता लाती हैं। उनकी केमिस्ट्री फिल्म को कमजोर हिस्सों में भी संभालती है। सहायक किरदार, जैसे वाणी की मां (गीता अग्रवाल शर्मा), कुछ गहराई जोड़ते हैं, लेकिन अन्य, जैसे कृष के पिता, अधूरे रह जाते हैं और प्रभाव नहीं छोड़ते।
निर्देशन और सिनेमैटोग्राफी
मोहित सूरी का विशिष्ट अंदाज—मूडी दृश्य, बारिश से भीगी सड़कें और संगीत-प्रधान कहानी—यहां पूर्ण रूप में दिखता है। विकाश शिवरमन द्वारा फिल्माया गया, फिल्म का सौंदर्यशास्त्र आंखों को भाता है, जिसमें काव्यात्मक क्लोज-अप और स्टूडियो से लेकर भारतीय ग्रामीण परिदृश्य जैसे आकर्षक सेट शामिल हैं। सूरी का निर्देशन भावनात्मक मॉन्टाज में उत्कृष्ट है, लेकिन दूसरा हाफ धीमा पड़ता है, क्योंकि दोहराव वाले दृश्य इसे खींचते हैं। पुराने बॉलीवुड रोमांस को आधुनिक तीव्रता के साथ मिश्रित करने की उनकी कोशिश कुछ हद तक कामयाब है, लेकिन “सूरी-विशेष” पर निर्भरता फिल्म को पुराना सा महसूस कराती है।
संगीत और साउंडट्रैक
संगीत सैयारा का दिल है, जिसे मिथुन, तनिष्क बागची, सचेत–परंपरा और विशाल मिश्रा जैसे संगीतकारों ने रचा है। “हमसफर” (सचेत–परंपरा), “तुम हो तो” (विशाल मिश्रा) और शीर्षक गीत “सैयारा” जैसे गाने कहानी में बखूबी बुने गए हैं, जो भावनात्मक गहराई को बढ़ाते हैं। इरशाद कामिल और अन्य के गीत काव्यात्मक और गहरे हैं, और अरिजीत सिंह व श्रेया घोषाल की आवाजें जादू बिखेरती हैं। जॉन स्टीवर्ट एडुरी का बैकग्राउंड स्कोर फिल्म के उदास स्वर को बढ़ाता है, हालांकि यह कभी-कभी सूक्ष्म क्षणों को दबा देता है। संगीत फिल्म का सबसे मजबूत पक्ष है, जो अक्सर कहानी से भी आगे निकल जाता है।
ताकत और कमजोरियां
सैयारा अपनी भावनात्मक गहराई, मजबूत शुरुआती प्रदर्शन और शानदार साउंडट्रैक में उत्कृष्ट है। अहान और अनीत की केमिस्ट्री ताजा लगती है, और फिल्म के दृश्य आकर्षक हैं। रोहन शंकर के संवाद भावनात्मक रूप से सटीक हैं, जैसे “अगर तुम हमारी दस यादें भूल भी जाओ, तो हम सौ नई खूबसूरत यादें बनाएंगे” जैसे पल लंबे समय तक गूंजते हैं। हालांकि, पटकथा की मौलिकता की कमी और दूसरा हाफ में धीमी गति इसे पीछे खींचती है। अल्जाइमर का उपकथानक, हालांकि मार्मिक है, कभी-कभी सुविधाजनक कथानक उपकरण जैसा लगता है, और सहायक किरदार प्रभावहीन हैं। X पर कुछ समीक्षाएं फिल्म की ईमानदारी और संगीत की तारीफ करती हैं, जबकि अन्य इसकी घिसी-पिटी कहानी और कमजोर पटकथा की आलोचना करते हैं, जो दर्शकों की मिश्रित प्रतिक्रिया को दर्शाता है।
बॉक्स ऑफिस और स्वागत
फिल्म ने पहले दिन विश्व स्तर पर ₹28.75 करोड़ और शुरुआती सप्ताहांत में ₹119 करोड़ की कमाई की, जो 2025 की सबसे बड़ी हिंदी फिल्म ओपनिंग में से एक है। आलोचकों ने इसे औसतन 3–3.5/5 की रेटिंग दी, जिसमें अभिनय और संगीत की तारीफ हुई, लेकिन कथानक की कमियों की आलोचना भी हुई। X पर प्रशंसकों ने इसे “जादुई” और “दिल को छूने वाला” बताया, हालांकि कुछ का मानना है कि यह आशिकी 2 की आत्मा से कमतर है।
निर्णय
सैयारा एक भावनात्मक रोमांटिक ड्रामा है, जो भावनाओं, संगीत और नए अभिनेताओं के प्रदर्शन में दम दिखाती है, लेकिन इसकी घिसी-पिटी कहानी और असमान गति इसे सीमित करती है। यह मोहित सूरी के तीव्र, संगीत-प्रधान रोमांस के प्रशंसकों के लिए एक ट्रीट है, लेकिन मौलिकता की तलाश करने वालों को निराशा हो सकती है। अगर आप एक दृश्यात्मक रूप से शानदार, आंसू बहाने वाली प्रेम कहानी और जबरदस्त साउंडट्रैक के मूड में हैं, तो सैयारा देखने लायक है—बस इसे शैली को फिर से परिभाषित करने वाली कृति न समझें।
रेटिंग: 3/5
इसे देखें: रोमांटिक ड्रामा प्रेमी, मोहित सूरी के प्रशंसक, और संगीत-प्रधान फिल्मों के शौकीनों के लिए।
क्यों देखें: अहान पांडे और अनीत पड़दा की केमिस्ट्री, मार्मिक साउंडट्रैक और शानदार दृश्यों के लिए।